हुमेशा मुस्कराते रहें। Always keep Smile 😊
हुमेशा मुस्कराते रहें।
आपको एक कहानी सुनाने जा रहा हूं जो की लेखक के जीवन में उनके साथ घटित हुआ है वह हर परिस्थिति में मुस्कुराते रहें उनके सारे कार्य होते चले गए। लेखक भारत से मिस्र गया था। वही पर कई दिनों से रुका था या यह समझे कि कार्य कर रहा था। बहुत दिन गुजर जाने के बाद वह 1 दिन छुट्टी लेते हैं वह अपने रूम पर रुक जाता है रुकने का भी एक वजह होता है लेखक का बहुत सारे पर्सनल कपड़े उनके पास नहीं था। था अभी तो फट चुका था जब वह घर से आया तो किसी कारण घर में ही छोड़ दिया था और पुराने कपड़े लेकर आ गया था वाहन जहां पर रुका वहां पर किसी से दोस्ती हो जाता है और जिस दिन रुकता उसके 1 दिन पहले शाम को अपने दोस्त से बोलता है कि कल छुट्टी ले रहे तो दोनों बहुत खुशी होगी कल दोनों हम लोग शहर घूमेंगे और जो भी आपको चाहिए खरीद लेंगे आपको पैसा भी चेंज करवाना होगा क्योंकि आपके पास नहीं है और मैं लेखक के पास असल में पैसा नहीं होता है वहां के जो स्थानीय मुद्रा है उनके पास नहीं होता है खुशी खुशी लेखक छुट्टी लेते हैं अपने मैनेजर से और चले जाता है आराम से सोता है सुबह उठता है सुबह का योग क्लास ऑनलाइन लेता है दूसरा क्लास लेता है अपने दोस्त के साथ सुधीर के साथ ऑनलाइन योग क्लास वह समाप्त करता है क्योंकि वह छुट्टी में था तो वह अपने घर बात करने लगता है अपने परिवार से लेखक अपनी पत्नी से बात करता है अपनी मां से बात करता है दोस्तों से बात करता है कि मैं आज घूमने जा रहा हूं इसी तरह समय बिता गया नो 9:30 बज जाता है लेखक सुबह 3:30 बजे उठा था अब दिन का 9:30 बज चुका था अपने दोस्त को मैसेज किया और उनके दोस्त अभी ऑफलाइन था लेखक ने सोचा कि मुझे आप नहा लेना चाहिए वह स्नान करने के लिए चले जाता है। स्नान करने के बाद ध्यान पूजा करता है तब तक करीबन 10:30 बज चुका है दिन का सुबह तब तक उनके दोस्त के फोन आया कि अभी मैं अपने घर में मीटिंग है उसमें फंसे हैं मीटिंग समाप्त होते ही आपको कॉल करूंगा लेखक अपना पर्सनल कार्य के लिए ऑनलाइन वेबसाइट में मैनेजमेंट करने लगता है और थोड़ा बहुत वह नाश्ते के लिए रखा था वह थोड़ा नाश्ता भी कर लेता है इसी बीच में वह अपने वेबसाइट पर कार्य करते करते लगभग 1:00 बज चुका है फिर तब तक उनके दोस्त का फोन नहीं आया है।
क्या लेखक शहर जा पाएगा या नहीं?
लेखक को काफी भूख लग चुका होता है लेकिन वह आशा रखता है कि दोस्त आएगा उनके साथ घूम घूम आएंगे मस्ती करेंगे आनंद उठाएंगे शहर का क्योंकि वह भारत से आए हैं और उसने बहुत कुछ देखना होता है उनके लिए बहुत उत्सुक रहता है तकरीबन अब 2:00 बज जाता है तब मैसेज आता है वॉइस मैसेज आता है दोस्त मैं आपको 4:00 से 5:00 बजे तक फोन करूंगा फिर लेखक खुश रहता है बोलता है कोई दिक्कत नहीं है आप जब फ्री हो जाएंगे तो मुझे कॉल कीजिएगा मैं रूम पर ही हूं इसी बीच में फिर अपने घर परिवार से बात करता है छत पर चढ़कर जहां पर रुका हुआ है नील नदी के किनारे वह अपने आंखों से निकालता है महसूस करता है उनका आनंद उठाता है और अभी भी उन्हें आशा है कि उनकी दोस्त आएंगे और घूमने जाएंगे क्योंकि अभी लगभग वह एक डेढ़ महीने से उनके साथ रह चुका है तो उनका आभाव पूरी तरह से जान चुका है।
अब शाम के 4:30 बच्चों के हैं लेकिन फिर अपने दोस्त से मैसेज करता है कि आप आएंगे या नहीं आएंगे जैसे ही इतना मैसेज करता है उधर से रिप्लाई आता है सॉरी दोस्त आज छुट्टी है तो मैं छुट्टी मना रहा हूं और आप समझ सकते हैं कि छुट्टी के दिन लोग छुट्टी मनाते हैं लिखो मुस्कुराते बोलता मैं समझ सकता हूं कोई दिक्कत नहीं आप छुट्टी का आनंद लीजिए उनके बीच में उनके दोस्त बोलते हैं आप बुरा मत मानिए गा बहुत सारी चीजें हैं वह माफी माने लगता है लेकिन मुस्कुराके बोलते हैं आप चिंता ना करें हम बहुत अच्छा है और मैं दिन भर रूम में आनंद से रहा हूं।
लेखक के पास पैसे नहीं है क्या वहां मार्केट जा पाएगा।
आधा घंटा और गुजर जाता है लेखक सोचता है कि अब क्या करें। लेखक के एक और दोस्त उन्हीं के साथ जॉब करते हैं जो थाईलैंड से यहां पर आई उनके साथ अच्छा खासा मित्र बन गए/ शखा बन गई है। उनको मैसेज करता मेरे रात का भोजन ला दीजिएगा। वह बोलती है कि मेरे साथ जो काम करती बताती हूं। लेखक बोलता ठीक है उन से पूछने के बाद वह बोलती है आज आप ऑफ में है होटल से भोजन नहीं मिलेगा।
लेखक के मन एक विचार आया और अपने कपड़े पहन कर रूम से निकल गाया। लेखक पास स्थाई मुद्रा नहीं था। शहर जाने लगा पहुंचने के उनको विचार आया मेरे मोबाइल इंटरनेट नही चल रहा है कोई सिम कार्ड दुकान जाते हैं। लेखक ऑरेंज कम्पनी का सिम कार्ड ऑरेंज स्टोर जाता है। जिस दुकान पर जाता है वन्हा एक खूब सूरत लड़की बैठी रहती वह लड़की अच्छी खासी इंग्लिश बोल ले लेती हैं लेखक ने बोले की मेरे सिम कार्ड में इंटरनेट रिचार्ज कर दीजीए। वह लड़की बहुत अच्छा लेखक की समझती है आप दुसरे सिम कार्ड खरीद लीजिए। लेकिन नही खरीदता है। लेखक उस दुकानदार वाली से पुस्तकें माफ कीजिएगा मेरे पास यहां का स्थाई मुद्रा नहीं है क्या मुझे दूसरी कंट्री का पैसा आप चेंज करके दे सकते हैं कुछ देर रुके सोचे फिर बोले कि आपको रिचार्ज करना पड़ेगा मैं बोला मैं तैयार हूं फिर वह किसी अपने दोस्त या किसी और के पास बात की और मुझे पैसा दे दे लेखक बहुत खुश होता है अब उनके पास डेढ़ हजार के लगभग स्थाई पैसा मिल जाता है रिचार्ज होने के बाद वह अपने दोस्त अजीज दोस्त को फोन करता है पुजारी जी को फिर गणेश जी को कि शायद व्हाट्सएप से उनके सपाती से बात हो जाएगा लेकिन उन दोनों ने इनका फोन नहीं उठाया।
लेखक अब बड़े शहर की ओर रवाना हुआ शहर जाने के लिए 20:00 से पानी के जहाज जाना पड़ता है और एक दो बार वह गया था लेकिन मुझे पता नहीं था कि किराया कितना लगता है खुश था कि आप जितना भी लेगा अब मुझे चिंता नहीं है वह बैठ जाता है जब पानी जहाज वाले पैसा मांगे आता है तो लिखा पूछते कि कितना पैसा देना है तो उन्होंने बोलता है ₹5 लिखा तीन चार बार रिपीट करता है लिख कर बताता है क्योंकि उन्हें लगता था कि 20 या ₹50 लेगा वह खुशी-खुशी उस पार जा रहा था है करीब 15 मिनट लगता है नदी पार करने में दुनिया की सबसे बड़ी नदी है नील नदी जो कि 2 से ढाई किलो मीटर चौड़ी नदी है। लेखक सूर्य अस्त हो रहा होता है उसका वीडियो बनाता है उन का आनंद लेता है फोटो खींचता है और बहुत खुश होता है कि भाव क्या भगवान का करिश्मा है और पूरे फोटो खींचने में राम जाता है वीडियो बनाने मैडम जाता है और तब तक दूसरे छोर तक पहुंच जाता है जिसे लक्सर मंदिर कहते हैं। फिर मैंने कई सारे दुकान में गए कपड़े के लिए कुछ समझ में आया कुछ नहीं समझ में आया। इसी तरह घूमते घूमते Luxor मॉल पहुंचा वन्हा पर सिक्योरिटी गार्ड से पूछा की मॉल के अंदर कैसे जाएंगे। क्योंकि मॉल का रास्ता अंदर जाकर था जो कि लेखक को समझ में नहीं आ रहा था किधर से मॉल में प्रवेश करेगा। गार्ड ने अंदर लेकर गया लेखक को डर भी लग रहा था कि के अंदर कुछ करेगा तो नहीं डरे डरे गया लेकिन लिफ्ट तक गए फिर वहां से ऊपर लेकर गया तो वह मॉल था बहुत ही डरावना किसिम का था फिर लेखक 5 मिनट के अंदर ही नीचे उतर गया और दूसरे दुकान चले गए जहां एक एक्टिवा नाम की दुकान था जो कि काफी महंगे था। फिर वहां पर लेखक एक गंजी, दो जांघिया एक स्वेटर खरीदा जो टोटल मुद्रा 600 EPound हुआ।
स्माल से निकला लेखक उसे दे पुनः नील नदी के पास आया यहां पर जाने के कोई तैयार नहीं था लेखक अकेला था यहां पर लिखो जरा मैसेज नहीं कर रहा था लेकिन वहां के जो लोग थे बोल रहे थे कि मुझ पर विश्वास कीजिए कुछ नहीं होगा ₹30 दीजिए यहां से वहां ले जाऊंगा फिर लेखक बोलता है कि हम जब आए थे ₹5 ही दिए थे तो उन्होंने बोला उसने आप बहुत सारे लोग थे अभी केवल आपको ले जाएंगे तो लगता है कोई नहीं हम इंतजार कर लेंगे नहीं करते करते लेखक को बोला सर ₹10 दे दीजिए हम इस पार से उस पार करा देंगे लेखक ₹10 दे देता है और इस बार लेने आते तो तीन लड़कियां और आ जाते हैं जो लेखकों खूब चुराती है कुछ ढेर सारी चीजें बोलती है पर लेखक को कुछ समझ में नहीं आता है उन्हें खूब मस्ती करते हैं डांस करती है हंसते भी है वह सारी चीजें बोल दे जो केवल भावनाओं से थोड़ी बहुत समझ सकता था फिर 15 से 20 मिनट में लेखक दूसरे छोर की ओर आ जाता है और यहां पर एक रेस्टोरेंट पर जाता है वहां पर सादा चावल नौकरी का सब्जी और दो रोटी का ऑर्डर देता है और जो खाने वाला था वेटर था उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से खाना लाता है और बिल्कुल भारतीय खाना जैसन रहता है लेखक बहुत खुश होता है तब तक रात के 8:30 बज गया होता है कुणाल अपने परिवार से बात करना चाहता है लेकिन तब भारत में 11:30 हो रहा होता है लेखक रूम पहुंचता है तब तक पूरा थक चुका होता है लेखक सो जाता है।
पता है कि इस कहानी से लेखक यह बताना चाहता है यदि मेरे दोस्त ने धोखा दिया और उसे बार-बार कोसते रहता तो मैं यह सारी चीजें को नहीं कर पाता । लेखक सीख नहीं पाता जो कि खुद से बहुत सारी चीजें कर लिया जो उन दोस्त के साथ जाने वाले थे क्या पता उनके दोस्त धोखा दे देता। क्या पता और कुछ हो सकता है। लेकिन हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए आपके साथ एक नया अनुभव होगा नहीं तजुर्बा होंगे भविष्य में और दृढ़ निश्चय के साथ अच्छे कार्यक्रम पाएगा लेखक।
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