2023 से आप क्या आशा रखते हैं।

नए वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं। आप 2023 से क्या आशा करते हैं क्या करना चाहते हैं। क्या आप इसके लिए तैयार हैं तो आइए 2023 में यदि कुछ छोटी-छोटी चीजें करते हैं वास्तव में आप 2023 में बहुत बड़ा कार्य कर सकते हैं।

यह निर्णय ले एक छोटा छोटा लक्ष्य बनाएं उस लक्ष्य को करने का पूरा प्रयास करें। उन को सफल बनाएं हो सकता है वह सफल ना हो पाए पर अभ्यास जारी रखें। चलो अभ्यास जारी रखेंगे तो उनके साथ कई नई चीजें आपको सीखने को मिलेगा थॉमस अल्वा एडिसन को आज पूरा दुनिया में जानते हैं आज बिजली चली जाती हैं लोग तुरंत कहीं ना कहीं फोन करते हैं बोलते बिजली नहीं आ रही है लेकिन एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने पूरे विश्व को उजाला दिया उन्होंने 1999 बार असफल रहा लेकिन जब उनसे इंटरव्यू में पूछा गया तो उन्होंने बोला कि मेरे 1999- बाहर एसे तरीके सीखें जिससे बल्ब नहीं बनाया जा सकता है।


अपनी जिंदगी को कैसे बदलें?


यदि बैठे-बैठे यह सोचेंगे कि मेरी है जिंदगी है वह बदल जाएगी रूपांतरित हो जाएगा जो चाह रहे हैं जिंदगी में वह सब हो जाएगा तो कभी नहीं होगा इसके लिए प्रत्येक दिन कुछ ना कुछ करना होगा।

सबसे पहले आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें उस लक्ष्य को हर समय उसे अपने विचार में अपने मन में कार्य के साथ करते रहे इससे क्या होगा आप उनके साथ योग मय हो जाएंगे। योगमय का मतलब है आप उनसे जुड़ गए। उदाहरण के तौर पर आप किसी एक शहर से किसी दूसरे शहर की ओर जाना चाहते हैं आप पहले सोचते हैं फिर उसकी जाने के लिए क्या क्या प्रक्रिया है कि जहाज से जाएंगे या फिर एरोप्लेन से जाएंगे या फिर ट्रेन से जाएंगे बस से जाएंगे या किसी और से जाएंगे। जब यह तय हो जाता है कि मुझे एरोप्लेन से जाना है। एरोप्लेन से जाने के लिए क्या क्या आवश्यकता है उनके लिए मुझे टिकट चाहिए टिकट कटाने के लिए मुझे अपना आईडी फिकेशन देना होगा उसके लिए पैसे भी देना होगा जब यह सारे देने के बाद फिर आप समय तारीख बताते हैं और उस कई तारीख में आपका टिकट बुक कर दिया जाता है बुक हो जाने के बाद उस एयरपोर्ट तक जाने के लिए आपको क्या क्या आवश्यकता हो सकता है आप किस से जा सकते हैं बस से या फिर अपने पर्सनल गाड़ी से या फिर टू व्हीलर से। तब जा के आप एयरपोर्ट पहुंचते हैं उसके बाद जो भी प्रक्रिया होता है आप जानते हैं। तब एक दूसरे सहर से दूसरे सहर तक पहुंच पाते हैं। लेखक का कहना है कि पहले हम उनका आकलन करते हैं सोचते हैं फिर उस पर कार्य करते हैं तो कुछ ही दिनों में सफल हो जाता है। कभी कभार इतने सारे काम करने के बाद भी हम सफल नहीं हो पाते हैं उदाहरण के तौर पर जो अभी ऊपर के बारे में आपको बताएं कि एयरपोर्ट जाएंगे और जाने के बाद मौसम खराब हो गया और आपका एयर टिकट कैंसिल हो गया सब कुछ हो गया था लेकिन फिर आप जाने पाए लेकिन आपको बहुत सारे तजुर्बे मिले जोकि अब कभी भविष्य में यह कार्य करेंगे तो आपको महज 1 से 2 दिन में ही अकार्य कर लेंगे या 1 से 2 घंटे में ही कर लेंगे।


अपने मन को नियंत्रित कैसे करें?


यह मन बहुत चंचल है मन के हारे हार है मन के जीते जीत कवी कहते हैं कि आप मान लो तो हार है और यदि मान लो तो आपका जीत है। इसके लिए प्रत्येक दिन 5 मिनट से लेकर 10 मिनट प्रत्येक दिन अपने समय निकालें तथा ध्यान करें। ध्यान में वह शक्ति है यह चंचल मन को बस में कर सकते हैं लेकिन एक दृढ़ निश्चय होना होगा कि मुझे प्रत्येक दिन 10 मिनट ध्यान का अभ्यास करना है। पुनः उदाहरण से समझाना चाहता हूं यदि कोई बच्चा एक रोड पार करने की कोशिश करता है लेकिन जूंही वह गाड़ी को देखता है आगे जाकर पीछे चला अता है डर रहा है जब वह अपने माता पिता के हाथ पकड़ लेता है तो वह दुनिया से निफिक्र हो जाता है और बहुत आराम से रोड को पार कर लेता है अभी वही सिचुएशन है जो पहले था। केवल उनके माता-पिता का हाथ थाम लिया है जब आप माता-पिता का हाथ थाम लेते हैं तो आप पुरे निफिक्र हो जाते हैं उसी तरह ध्यान सुप्रीम गॉड, भगवान का हाथ थाम लेंगे कोई भी नैया पार करने से आपको कोई रोक नहीं सकता। कभी-कभी लगता होगा कि यह करे या ना करे तो यह सारी चीजें अपने आप होते चला जाएगा। केवल आपको कार्य पर ध्यान देना है कार्य बहुत महत्वपूर्ण है आलसी नहीं होना है व्यक्ति आलसी हो जाते हैं फिर वह भगवान पर दोष देते हैं। कभी भी किसी पर दोष नहीं देना है जब आप अच्छे कार्य करते हैं तो अपने सभी साथी या ईश्वर को धन्यवाद करें यदि आप से कोई गलती हो जाता है तो कोशिश करें कि वह जो गलती हुआ उसका पूरा श्रेय अपने आप पर लेने की कोशिश करें कि हां मैंने या मेरी वजह से यह गलती हुआ है ‌।


ध्यान कैसे करें।


किसी भी धनात्मक आसन में विराजित हो जाए। योग आसन में इसे पद्मासन सिद्धासन वज्रासन वीरभद्रासन तथा सुखासन इनमें से कोई एक आसन लगा ले यदि आप पद्मासन लगाते हैं तो उसके बाद कोई मुद्रा लगा ले ज्ञान मुद्रा चीन में मुद्रा चीन मुद्रा सभी ज्ञानेंद्रियों को बंद कर ले मेरुदंड को सीधा कर ले चेहरे को सामने रखें शरीर को ढीला रखें जहां बैठे हो वहां कोई भी हिंसात्मक जानवर ना आ पाए शोरगुल ना हो गर्दा ना हो। बाहर आपको कोई डिस्टर्ब ना ना करें आप लंबी गहरी सांस लें सांस को छोड़ें। जो भी सांस ले रहे हैं उसे अनुभव करें कि हमारे प्रत्येक शरीर के अंग अंग तक पहुंच रहा है कोई भी अंग में आपको तकलीफ है अनुभव करें कि उस अंग से जो फ्रेश, सकारात्मक प्राणशक्ति को भेजा रहा हूं वहां से टॉक्सिक को धीरे धीरे सांस के छोड़ते हुए बाहर निकाल रहा हूं या प्रक्रिया तीन से चार बार करें। उसके बाद 5 से 10 बार ओम का उच्चारण करें। पूरा शरीर को शांत कर ले मन को शांत कर ले चित्त को शांत कर लें। अनुभव करें कि मैं पूरी तरह से सजग हुं। मन ही मन शरीर के प्रत्येक अंग को अनुभव करें शुरुआत पैर की उंगली से करें पैर की उंगली सभी आंवले दोनों तलवे इसी तरह पूरे शरीर के अंग को अनुभव करते हुए सूक्ष्म रूप से उसका हिल करते हुए करेंगे। सोना नहीं है पूरे सर्जक के साथ ध्यान के साथ करते चले जाएंगे। उसके बाद पुनः 5 से 10 बार ओम का उच्चारण करें। 3 बार ओम शांति शांति शांति बोले।

ध्यान समाप्त!!!



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