अपने आप को फॉक्स कैसे करें? !! How to focus on yourself?

आज देखे तो हर एक व्यक्ति की परेशानी में बोलते हैं कि फोकस नहीं कर पाता अपने सब्जेक्ट पर या अपना काम पर या अपना पढ़ाई पर वगैरा वगैरा वगैरा।

यह सुनने को मिलता है आज लेखक बताना चाहते हैं कि जो मैं आपको बता रहा हूं इसका यदि आप अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे निश्चित ही आप फोकस पर विजय प्राप्त कर लेंगे। आइए आपको ले चलते हैं एक कहानी से शुरुआत करते हैं। एक लड़की बहुत ही पढ़ने में तेज और हर काम बड़ा ही ध्यान सतर्कता से करती थी वह कुछ काम करने से पहले या यूं कहें प्रत्येक दिन सुबह मंदिर जाना उनका एक निमित्त कार्य बन चुका था।


जब वह प्रत्येक दिन मंदिर जाया करती थी तो मंदिर जाते समय मंदिर के अंदर सभी लोग एक दूसरे के समस्या तथा ताने बाने गपशप किया करते थे। तब वह लड़की पुजारी से पूछें कि जब मैं मंदिर आता हूं लोग पूजा करने छोड़कर अपने गपशप एक दूसरे के ताने-बाने किया करते हैं तो क्यों आते हैं लोग।


पुजारी जी ने बोले कि आप अपने कामों में अभी भी फोकस नहीं कर पा रही हो तब वह लड़की और सच्चे गीत होकर बोले गुरु जी सच में नहीं कर पा रहा हूं पुजारी जी ने बोले हां आप नहीं कर पा रही हो लड़की ने बोले गुरु जी कैसे हम कर पाएंगे हमें बताइए कृपया हम जानने की इच्छुक हैं मैं अपने मन को कर सकूं।


तबगुरु जी ने बोले उस पर ध्यान देने की जरूरत है उन्होंने बोलें कि बेटा कल एक लोटा पानी लबालब भर के लेते आना और एक भी बूंद जमीन पर ना गिरे उसका पूरा ख्याल रखना बोले ठीक है गुरुजी जो भी आपकी आज्ञा हो मैं वैसा ही करूंगा लेकिन आप मुझे जरूर बताएं।

 कल सुबह नहा धोकर अच्छे कपड़े पहन के एक लोटा पानी लबालब भर के घर से मंदिर की ओर चल पड़ी मंदिर जाते समय पूरा ध्यान पूरा कंसंट्रेशन पावर उनके लोटे पर था और धीरे-धीरे कदमों से वह पुजारी के पास पहुंच जाती है। वह इस कार्य में सफल भी हो जाती है बड़ी ही उत्सुकता से बहुत ही खुशी के साथ वह पुजारी जी से पूछते हैं कि पुजारी जी मुझे आप बताइए वह रहस्य पुजारी जी ने बोल बोलते हैं बेटा जब यह लोटा पानी घर से एक लोटा पानी लेकर और यहां तक आपको कुछ भी आवाज सुनाई दिया क्या? कुछ भी लोग करते हुए दिखाई दिया क्या? सुनते हुए देखे क्या? लड़की बोलती मेरा पूरा ध्यान इस लोटे पर था कि कहीं एक बूंद गिर ना जाए। आपकी बातों को मैं समझ ना सको इसके लिए मैं पूरा सजग के साथ मंदिर आया पुजारी जी बोले यही तो फोकस है जब हम किसी एक चीज पर फोकस लगाते हैं तो आसपास क्या हो रहा होता है क्या गुजर रहा होता है कुछ भी सुनाई नहीं देता कुछ भी दिखाई पड़ता है बस हमारा लक्ष्य है उसी ही फोकस उसी पर हम ध्यान केंद्रित करते हैं।


कहने का तात्पर्य है कि दोस्तों जब हम अपने लक्ष्य को साथ कर लेते हैं तुम्हारे आसपास क्या घटित हो रहता है हमें कुछ पता ही नहीं चलता है यदि अभी आप लक्ष्य को नहीं बनाए हैं तो सबसे पहले अपने लक्ष्य को बनाए। आपको क्या करना है? किस लिए करना है? और क्यों करना है? जब यह आपको पूरी तरह से जान लेंगे तभी आप अपने लक्ष्य को पाने से चुकगें नहीं। आशा है इस कहानी से आपको बहुत बड़ी ज्ञान मिला होगा आप अपने जीवन में उतारे के लिए पुरा कोशिश करेंगे।


पैरेटौ सिद्धांत!

20% Main Focus

आपको मिलेगा 80 परसेंट रिजल्ट!


लेकिन 20% कौन है?


आऐ जानते हैं वह 20% कौन है –


Multiple Activity Multiple Focus


जब कोई औरत खाना बरात है और साथ में tv देखती है तो वह मन से एक्टिविटीज कर रहे होती है। फोकस नहीं कर पाती है हां लेकिन मल्टीपल एक्टिविटी कर सकती है।

कोई एक आयरन मैन कपड़े को इस्त्री कर रहा होता है साथ में टीवी भी देख रहा होता है यह भी एक विमल एक्स एक्स एक्टिविटी है। मल्टीपल फोकस होता ही नहीं है केवल फोकस होता है।

चलते हुए मोबाइल से बात कर सकते यह भी एक मल्टीपल एक्टिविटी है लेकिन मल्टीपल फोकस नहीं है।


लेखन में 3 उदाहरण दिए हैं यह तीनों उदाहरण मल्टीपल एक्टिविटी है मल्टीपल फोकस नहीं है अब मैं आपको फोकस के बारे में बताते हैं कि कोई एक एंप्लॉय ऑफिस में मीटिंग चल रहा है और साथ में अपने घर का शादी कार्ड का भी अरेंज कर ले यह संभव नहीं है मल्टीपल फोकस हो ही नहीं सकता है फोकस के लिए आपको एक समाधि में जाना पड़ेगा पागलपन बनना पड़ेगा तभी जाकर आप फोकस कर पाएंगे।

एक बॉस अपने काम के लिए बैठता है इसी बीच में एक एंप्लॉय आता सर मेरा बहुत जरूरी काम है तो उनको सुनना पड़ता है कुछ देर के लिए उनको कम करना पड़ता है। कुछ देर के बाद कोई तीसरा ही बुलाया जाता है उसका भी बहुत जरूरी होता है सुनना पड़ता है। इसी बीच में एक क्लाइंट का भी फोन आ जाता है उनका भी बात सुनना ही पड़ेगा और इसी तरह फिर जब काम स्टार्ट करता है किसी ना किसी वजह से वह रुक जाता है वह एक काम को 9 घंटे में करता है। 

कोई व्यक्ति केवल अपने महान लक्ष्य केवल एक फोकस के लिए बैठता है तो बाकी चीजें भूल जाता है वह 5 घंटे में वही काम को पूरा कर लेता है।

 यदि हम मल्टीपल एक्टिविटी रखेंगे तो हम बहुत ज्यादा समय लगेगा। यही 20 परसेंट का पैरेट का सिद्धांत बताता है। आप किसी एक लक्ष्य के लिए सधह जाए अर्जुन की तरह केवल आपको अपना लक्ष्य दिखाई दे उसी तरह आपको अपना लक्ष्य दिखाई देता है तो आप उन चीजों को बहुत बेहतरीन तरीके कर सकते हैं।


lavkushomyogy@gmail.com

Yoga with Yogiclavkush

Yogiclavkush



Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

How to keep the respiratory system healthy through Pranayama (Breathing)

स्वभावतः मनुष्य को शाकाहारी होना चाहिए!!

RULES AND REGULATIONS FOR ALL ACCESSIBLE PRANAYAMA